भालू ने खोली दुकान , शहद बेचना उसका काम । भालू ने खोली दुकान , शहद बेचना उसका काम ।
दूर देश से आई मक्खी, लगती जैसे है मधुमक्खी। दूर देश से आई मक्खी, लगती जैसे है मधुमक्खी।
हमें नहीं आता हास्य पर लिखना तुम सारे मिलकर हमारी ही हंसी उड़ाओ। हमें नहीं आता हास्य पर लिखना तुम सारे मिलकर हमारी ही हंसी उड़ाओ।
रसना फिर फिर चाखि। रसना फिर फिर चाखि।
दृग कर रहे हैं मधुर सपनों का आलिंगन अहा बसंत का हो रहा आगमन। दृग कर रहे हैं मधुर सपनों का आलिंगन अहा बसंत का हो रहा आगमन।
जब बतायेगी वो मेरा योगदान पा जाऊंगी मैं निर्वाण। जब बतायेगी वो मेरा योगदान पा जाऊंगी मैं निर्वाण।